हिमालय से निकलने वाली सिन्धु, सतलुज, ब्रह्मपुत्र, भागीरथी, तिस्ता आदि नदियाँ पूर्ववर्ती अपवाह प्रतिरूप का निर्माण करती हैं।
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हिमालय से निकलने वाली सिन्धु, सतलुज, ब्रह्मपुत्र, भागीरथी, तिस्ता आदि नदियाँ पूर्ववर्ती अपवाह प्रतिरूप का निर्माण करती हैं।
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शादी के बाद जब पहले वर्ष पति मित्रो से बचकर सीधे घर आता हैं, तो भूगोल में इस घटना को जलधारा का पूर्ववर्ती अपवाह कहा जाता है, और दूसरे वर्ष जब पति मित्रो के कारण १-२ घंटे लेट आये, तो यह कार्य उच्चावचो के कारण हुआ धारा का मार्ग परिवर्तन कहलाये ।
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शादी के बाद जब पहले वर्ष पति मित्रो से बचकर सीधे घर आता हैं, तो भूगोल में इस घटना को जलधारा का पूर्ववर्ती अपवाह कहा जाता है, और दूसरे वर्ष जब पति मित्रो के कारण १-२ घंटे लेट आये, तो यह कार्य उच्चावचो के कारण हुआ धारा का मार्ग परिवर्तन कहलाये ।